हेडमास्टर की मटकी से पानी पीया तो 8 साल के छात्र की हत्या देखें वीडियो
देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है वही दूसरी तरफ पानी के मटके को छूने पर इतना पीटा गया कि जान ही चली गयी।
आजादी के 75 साल बाद भी 9 साल के दलित बच्चे को जालोर मे जातिवाद का शिकार होना पड़ा हमे पानी के मटके को छूने की भी आजादी नही, फिर क्यों आजादी का झूठा ढिंढोरा पीट रहे है।
समाज को अभी भी छुआछूत से आजादी नहीं मिली है राजस्थान के जालोर में जातिगत भेदभाव और छुआछूत की इसी बुराई ने 9 साल के एक मासूम दलित बच्चे की जान ले ली है।
मामला जालोर जिले के सायला उपखंड क्षेत्र के सुराणा गांव का है यहां 9 साल के एक बच्चे ने जब स्कूल के मटके को पानी पीने के लिए छुआ, तो उसे स्कूल टीचर ने इतना पीटा कि उसकी कान की नस फट गई।
इसके बाद बच्चे को इलाज के लिए उदयपुर रेफर किया और फिर उदयपुर से अहमदाबाद भेजा गया शनिवार को अहमदाबाद में शाम चार बजे के आसपास उपचार के दौरान बच्चे की मौत हो गई।
पुलिस बोली मटकी वाली बात की पुष्टि नहीं हो सकी
आरोपी हेड मास्टर छैल सिंह को शनिवार को ही हिरासत में ले लिया था, जिसे आधी रात बाद गिरफ्तार बताया पुलिस के मुताबिक अब तक की जांच में भी अलग मटकी से पानी पीने वाली बात की पुष्टि नहीं हुई है।
विद्यालय के शिक्षकों व बच्चों ने पुलिस को बताया कि विद्यालय में पानी पीने की एक ही टंकी है सब उसी टंकी से पानी पीते हैं।