69 हजार सहायक अध्यापक शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े को लेकर एसटीएफ की तफ्तीश जोरों पर।
प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती को लेकर हुए फर्जीवाड़े में अब कई कथित टॉपर स्पेशल टॉस्क फोर्स के रडार पर आ गए हैं। कुछ अभ्यर्थियों से मिली शिकायत के आधार पर एसटीएफ में लिखित परीक्षा में अधिकतम अंक पाने वालों के बारे में जानकारी जुटा रही है। भदोही के कई अभ्यर्थियों का विवरण जुटाया जा रहा है। आरोपित है कि सहायक शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के सरगना डॉ . केएल पटेल ने धर्मेंद्र और विनोद जैसे कई अभ्यर्थियों को पास करवाया है। एक - एक अभ्यर्थी से उसने आठ से 12 लाख रुपये तक वसूले हैं। सरगना के पास से पुलिस को एक डायरी भी मिली है, जिसमें 17 अभ्यर्थियों के नाम और अनुक्रमांक नंबर दर्ज हैं।
इसके अलावा एसटीएफ के पास कई ऐसी शिकायतें आईं हैं, जिसमें कहा गया है कि 130 से अधिक अंक पाने कई अभ्यर्थियों ने गिरोह की मदद से लिखित परीक्षा पास की है। जानकारों का यह भी कहना है कि फर्जीवाड़ा में नामजद आरोपित भदोही निवासी मायापति दुबे ने भी कई अभ्यर्थियों से पैसे लेकर लिखित परीक्षा में अच्छे अंक दिलवाए हैं। ऐसे में एसटीएफ अपनी जांच का यरा बढ़ाते हुए उन सभी अभ्यर्थियों के बारे में बारीकी से छानबीन कर रही है, जिन पर संदेह है।
उधर प्रयागराज में एसटीएफ ने रविवार को लगातार दूसरे दिन शहर के धूमनगंज से लेकर कौशांबी तक ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस दौरान फरार स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव तो नहीं मिला , लेकिन उसके कुछ रिश्तेदारों को पूछताछ के लिए उठाया गया। एसटीएफ ने रविवार दोपहर पहले प्रीतम नगर में चंद्रमा के घर और फिर स्कूल में छापा मारा। वहां वह नहीं मिला तो कौशांबी के पिपरी , महेवाघाट समेत कई अन्य संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी गई। वहां भी उसके बारे में कुछ पता नहीं चला। एसटीएफ का दावा है कि जल्द ही फरार आरोपितों को दबोच लिया जाएगा।