अध्यापिका बोली अत्यंत भ्रष्ट और चरित्रहीन हैं हमारे खण्ड शिक्षा अधिकारी - प्राथमिक शैक्षिक खबर

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अध्यापिका बोली अत्यंत भ्रष्ट और चरित्रहीन हैं हमारे खण्ड शिक्षा अधिकारी

अध्यापिका बोली अत्यंत भ्रष्ट और चरित्रहीन हैं हमारे खण्ड शिक्षा अधिकारी



👉 मुरादाबाद बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकरियों की एक और करतूत सामने आई

👉 महानिदेशक विजय किरण आनंद ने कमेटी को दिए जांच के आदेश

मुरादाबाद मंडल के एक अधिकारी द्वारा अपनी महिला मित्र को प्रतिष्ठित अवार्ड दिलाए जाने की वजह से पहले से सुर्खियों में चल रहे शिक्षा विभाग में एक अधिकारी की करतूत और सामने आई है इस बार एक शिक्षिका ने एक खंड शिक्षा अधिकारी पर अश्लील आचरण के आरोप लगाए हैं जिसे गंभीरता से लेते हुए महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने जांच के आदेश दिए हैं। 

मामला मुरादाबाद ग्रामीण ब्लॉक के दिल्ली रोड पर स्थित एक कंपोजिट स्कूल से जुड़ा है स्कूल की शिक्षिका ने बाकी कुछ अन्य शिक्षिकाओं के साथ मिलकर मामले की शिकायत स्कूल शिक्षा से की थी इसमें शिकायत करने वाली शिक्षिकाओं ने कहा था कि, हमारे विकास खंड में कार्यरत खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष चंद्र अत्यंत ही भ्रष्ट और चरित्रहीन किस्म के व्यक्ति हैं। 

शिक्षिका ने कहा कि एबीएसए स्कूल को मिली कंपोजिट ग्रांट से दस प्रतिशत कमीशन के रूप में मांग रहे हैं तमाम अन्य गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि खंड शिक्षा अधिकारी महिला शिक्षिकाओं और महिला अनुचरों जांच के नाम पर डरा धमकाकर अपने आवास पर अकेले में बुलाते हैं इसके बाद उन्हें बदनीयती से देखते हैं। 

शिक्षिका ने शिकायत में कहा है कि मुझे और अन्य महिला शिक्षिकाओं का शोषण करने की नीयत से 3-4 बार कारण बताओ नोटिस दिया जा रहा है शिक्षिकाओं की ये शिकायत मार्च 2023 की है जिस पर अब जांच के आदेश हुए हैं। 
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने डॉयट प्राचार्य और मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक को संयुक्त रूप से इस प्रकरण की जांच करके रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं इस पर कार्यवाही करते हुए डॉयट प्राचार्य ने 4 सितंबर को पीड़ित शिक्षिकाओं को बयान देने के लिए एडी बेसिक कार्यालय में बुलाया था उधर, एक शिक्षा विभाग के सीनियर अधिकारी द्वारा अपनी महिला मित्र को अवार्ड दिलाए जाने की गूंज लखनऊ तक है।

विभाग ने मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है सूत्रों का कहना है कि शिक्षिका की पीपीटी और फाइल आदि भी इस अधिकारी ने अपने कार्यालय में ही तैयार कराई थी अधिकारी ने आवेदन से पूर्व ही अपनी महिला मित्र को कमिटमेंट कर दिया था कि इस बार का अवार्ड वो उसे ही दिलाएगा एक अधिकारी की इस करतूत की पूरे शिक्षा विभाग में निंदा हो रही है।