शिक्षिकाओं का बढ़ा भारांक बिलबिलाए शिक्षकों में मची खलबली
प्रदेश में बेसिक विद्यालयों में लंबे समय बाद एक जिले से दूसरे जिले में अंतर्जनपदीय तबादले की शुरुआत हुई है, लेकिन पुरुष शिक्षकों का कहना है कि इस बार भी उनकी डगर आसान नहीं है।
पिछली बार की अपेक्षा इस बार जहां महिलाओं का भारांक बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया है वहीं जिले में अधिकतम तबादले की सीमा भी घटा दी गई है।
वर्ष 2019 में जब एक जिले से दूसरे जिले में तबादला प्रक्रिया शुरू की गई थी तो उस समय महिला शिक्षिकाओं के लिए भारांक पांच था इससे बढ़ाकर इस बार दस कर
दिया गया है।
इसी तरह वही पुरुष शिक्षक आवेदन के लिए योग्य होंगे जिन्होंने पांच साल एक ही जिले में तैनाती की सीमा पूरी की हो और महिला के लिए यह दो साल ही होगा इस तरह यहां भी पुरुष शिक्षकों का ही नुकसान होगा।
वहीं विभाग ने पिछली बार की अपेक्षा स्वीकृत पदों के सापेक्ष एक जिले में अधिकतम तबादले की सीमा भी 15 से घटाकर 10 प्रतिशत कर दी है।
सेवा के प्रत्येक वर्ष पूरा करने के लिए एक अंक निर्धारित किया गया है पिछली बार इसके लिए अधिकतम अंक 35 निर्धारित था, जिसे इस बार घटाकर 15 कर दिया गया है।