हमारे शिक्षक बोर्ड के बाद अब बेसिक स्कूलों के बाहर लगेगी मन की बात पेटिका - प्राथमिक शैक्षिक खबर

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हमारे शिक्षक बोर्ड के बाद अब बेसिक स्कूलों के बाहर लगेगी मन की बात पेटिका

हमारे शिक्षक बोर्ड के बाद अब बेसिक स्कूलों के बाहर लगेगी मन की बात पेटिका



आश्रम पद्धति विद्यालय में छात्रा के साथ हुई छेड़खानी की घटना के बाद सभी सरकारी स्कूलों में कड़ाई होने लगी है छात्राएं अपने साथ हो रही किसी भी प्रकार की घटना की जानकारी साझा कर सकें इसके लिए बीएसए ने सभी परिषदीय स्कूलों व कस्तूरबा स्कूल में मन की बात पेटी लगाने के निर्देश जारी किए हैं।

बीएसए संगीता सिंह ने जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी करते हुए कहा है कि जिले के प्राथमिक/उच्च प्राथमिक और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वर्ग की छात्राएं अध्यनरत हैं इनमें से विशेषकर छात्राएं संकोची तथा अंतर्मुखी प्रवृत्ति की होती हैं। 

ऐसी स्थिति में उनके घर में या पड़ोस में अथवा विद्यालय में किसी प्रकार की शारीरिक मानसिक एवं भावनात्मक दुर्व्यवहार होता है तो वह उसको लेकर कुंठित व गुमसुम रहने लगती हैं जबकि ऐसी किसी प्रकार की घटना से उनके मन मस्तिष्क पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। 

यह उन्हें धीरे-धीरे अवसाद की स्थिति में ले जाती है यदि ऐसी घटनाएं विद्यालय में घटित होती हैं तो बच्चे विद्यालय से दूरी बनाने लगते हैं। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए सभी बीईओ को निर्देशित किया गया है कि परिषदीय स्कूलों और कस्तूरबा विद्यालयों में एक मन की पेटिका लगाई जाए। 

मन की बात पेटिका को प्रतिदिन स्कूल संचालन के समय खोलकर प्रधानाध्यापक द्वारा अवलोकित किया जाए खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा भी निरीक्षण के समय मन की बात पेटिका का निरीक्षण किया जाए उसमें प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के संबंध में जानकारी ली जाएगी।