अब परिषदीय शिक्षक ग्रामीण क्षेत्र से आ सकेंगे नगर क्षेत्र । ( Now the council teachers will be able to come from the rural area to the city area. )
जल्द ही परिषदीय विद्यालयों के अध्यापकों के तबादले ग्रामीण क्षेत्र से नगर क्षेत्र में हो सकेंगे, इसके बाद ही जिले के अंदर होगा परिषदीय शिक्षकों का समायोजन ।
इसके लिए सरकार परिषदीय शिक्षकों के जिला संवर्ग में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के विभाजन को खत्म करने पर विचार कर रही है ।
कई व्यावहारिक कठिनाइयों को दूर करने के लिए सरकार यह कदम उठाने के बारे में मंथन कर रही है ।
प्रदेश में तकरीबन 1.59 लाख परिषदीय स्कूल हैं , जिनमें से 4583 विद्यालय नगरीय क्षेत्रों में हैं ।
यूं तो परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के पद जिला संवर्गीय है , लेकिन जिले के अंदर भी ग्रामीण और नगरीय क्षेत्र के बीच विभाजन है ।
ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षकों का नगरीय क्षेत्र में तबादला नहीं हो सकता है, वहीं नगरीय इलाके के अध्यापकों का ट्रांसफर ग्रामीण क्षेत्र में नहीं हो सकता है, ना ही शहरी इलाके के शिक्षक ग्रामीण क्षेत्र में जाना चाहते हैं ।
अरसे से बेसिक शिक्षकों की जो नियुक्तियां हुई , वह ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों के लिए हुईं ।
नगरीय क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों के रिटायर होने और लंबे समय से भर्तियां न होने से अध्यापकों के पद बड़ी संख्या में खाली होते जा रहे हैं ।
स्थिति यह है कि नगरीय इलाकों के परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों के लगभग 22 हजार सृजित पदों में से लगभग दो - तिहाई खाली हैं ।