69000 शिक्षक भर्ती मामले में गलत चिह्नांकन से शिक्षामित्रों के शिक्षक बनने पर असमंजस बरकरार ।
🚩 69,000 शिक्षक भर्ती में बड़ी संख्या में उन शिक्षामित्रों के शिक्षक बनने पर असमंजस है , जिन्होंने लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की है , लेकिन कालम में शिक्षामित्र का उल्लेख न होने से चयन से बाहर हो गए थे ।
🚩 बेसिक शिक्षा मंत्री की पहल पर उनके रिकार्ड में बदलाव करने का आदेश भी हुआ था , लेकिन अब तक उसका अनुपालन नहीं हो सका है ।
🚩 परिषद ने यदि एक जून की 67,867 जिला आवंटन सूची से ही काउंसिलिंग कराई तो इन शिक्षामित्रों को नियुक्ति कैसे मिलेगी , यह तय नहीं है ।
🚩 बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों की 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती का परिणाम परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने जारी किया था , इसमें 8,018 शिक्षामित्रों ने लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की थी ।
🚩 अचयनित शिक्षामित्रों ने परिषद कार्यालय में प्रत्यावेदन दिया , उनकी मांग थी कि वे वर्षों से शिक्षामित्र के रूप में कार्य कर रहे हैं और परीक्षा भी उत्तीर्ण हैं इसलिए चयन सूची में शामिल किया जाए ।
🚩 लिखित परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षामित्रों ने चयन के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा
खटखटाया ।
🚩 एकल पीठ से लेकर दो जजों की खंडपीठ तक ने उसे खारिज कर दिया कुछ के पक्ष में भी आदेश जारी हुए हैं।
🚩 शिक्षामित्र संघ के जितेंद्र शाही आदि ने विभागीय मंत्री से अनुरोध किया था कि परीक्षा उत्तीर्ण को नियुक्ति का अवसर दिया जाए ।
🚩 जुलाई में परिषद के उप सचिव अनिल कुमारने सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी को पत्र भेजा था कि शिक्षामित्रों को चयन सूची में शामिल
किया जाए ।
🚩 परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि भर्ती में शिक्षकों का चयन आवेदन सूची के तहत हुआ है ।
🚩 इसमें बेसिक शिक्षा परिषद ने ही कॉलम 14 जोड़ा है , जिसमें पूछा गया है कि शिक्षामित्र कितने वर्ष से स्कूलों में कार्यरत रहा है , साथ ही कॉलम 13 में गलत प्रविष्टि का प्रत्यावेदन भी परिषद को दिया गया है , ये बदलाव परिषद ही कर सकता है ।