रहें हर खबर से अपडेट प्राथमिक शैक्षिक खबर के साथ ! 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में 30 अभ्यर्थियों को नहीं मिली शासन से राहत,लिया जा रहा मार्गदर्शन । - प्राथमिक शैक्षिक खबर

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रहें हर खबर से अपडेट प्राथमिक शैक्षिक खबर के साथ ! 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में 30 अभ्यर्थियों को नहीं मिली शासन से राहत,लिया जा रहा मार्गदर्शन ।

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प्राथमिक शैक्षिक खबर के साथ ! 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में 30 अभ्यर्थियों को नहीं मिली शासन से राहत,लिया जा रहा मार्गदर्शन ।



69000 सहायक अध्यापक भर्ती के 31277 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं । 

इसके अंतर्गत जिले में 581 अभ्यर्थियों को विद्यालय आवंटन हो चुका है , चयनित 30 अभ्यर्थियों पर फैसला शासन स्तर से लिया जाना है , इस कारण उन्हें नौकरी फिलहाल मिलते - मिलते रुक गई है । 

बेसिक शिक्षाधिकारी ( बीएसए ) राजीव कुमार यादव ने बताया कि शासन ने जिले में काउंसिलिंग से 674 अभ्यर्थियों को आवंटित किया था । 

जिनमें से 611 अभ्यर्थी काउंसिलिंग में शामिल हुए और उन्होंने अपने प्रमाण - पत्रों को जमा कराया , उनमें से पहले चरण में 560 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए और 51 अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र आपत्तियों के कारण रोके गए थे । 

विद्यालय आवंटन काउंसिलिंग तक 51 में से 21 अभ्यर्थियों की आपत्तियों का निस्तारण स्थानीय स्तर पर साक्ष्य लेकर कर दिया गया , लेकिन अब भी 30 अभ्यर्थियों के नियुक्ति और विद्यालय आवंटन पत्र पर रोक है । 

उन पर फैसला शासन स्तर से होगा, यह हैं आपत्तियां : विभाग ने जिन 30 अभ्यर्थियों के नियक्ति और विद्यालय आवंटन पत्रों पर रोक लगाई हैं , उनमें से 20 अभ्यर्थियों के मूल अंकों और आवेदन पत्रों में लिखे गए अंकों में अंतर हैं । 

इस पर शासन स्तर से ही फैसला लिया जाना है , साथ ही चार मामले अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों के हैं , जबकि यह भर्ती प्रदेश के स्थानीय निवासियों के लिए ही थी । 

इसके साथ अन्य मामलों में जाति , जन्म और मूल निवास प्रमाण पत्र में अंतर है , यह है स्थितिः इन 30 मामलों में से 20 पर बेसिक शिक्षा विभाग ने आपत्ति लगाई थी ।

जबकि 10 मामले उन 4 मामलों में शामिल थे , जिन पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ( डायट ) प्राचार्य अहिबरन सिंह ने आपत्ति लगाई थी । 

बीएसए ने आपत्तियों के आधार पर अभ्यर्थियों से साक्ष्य लेकर उनमें से 24 का तो निस्तारण कर दिया , लेकिन 10 मामलों में वह साक्ष्यों से संतुष्ट नहीं हुए ।