कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ा रहे शिक्षकों पर नये नियमों की गिरी गाज ।
🎤 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में लगभग दो दशक से पढ़ा रहे शिक्षकों पर नए नियमों से गाज गिर रही है , क्योंकि नियुक्तियों की शतें कुछ और थीं अब नवीनीकरण की नई शर्ते कुछ और ?
🎤 इलाहाबाद हाईकोर्ट व लखनऊ खण्डपीठ में इस संबंध में 3-4 याचिकाएं दायर हो चुकी हैं और शिक्षक लगातार इस पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं
🎤 नए नियमों व शर्तों लगभग 2200 शिक्षक ऐसे हैं जो प्रभावित हो रहे हैं , वहीं इस बार 12 की जगह 11 महीने की संविदा की जा रही है , प्रदेश में 746 केजीबीवी में लगभग 5500 शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी हैं ।
🎤 नए नियमों के तहत लगभग 400 से 500 शिक्षकों को अंशकालिक से पूर्णकालिक और इतनी ही शिक्षिकाएं पूर्णकालिक से अंशकालिक की जा रही हैं ।
🎤 पूर्णकालिक से अंशकालिक होने में मानदेय 22000 से सीधे 9800 हो जाएगा , वहीं अंशकालिक से पूर्णकालिक होने में मानदेय तो बढ़ेगा लेकिन जरूरी नहीं कि शिक्षिक इस अवस्था में हो कि वो केजीबीवी में रह सके ।
🎤 पूर्णकालिक शिक्षिकाओं को स्कूल में ही 24 घण्टे रहना पड़ता है । लगभग 1100 शिक्षक ऐसे हैं जो असंगत विषयों के या पूर्णकालिक विषयों के पुरुष शिक्षक हैं ।
🎤 पुरुष शिक्षक अंशकालिक के रूप में केजीबीवी में तैनात किए जाते हैं लेकिन यदि अंग्रेजी , गणित या विज्ञान के पुरुष शिक्षक हैं तो उन्हें पूर्णकालिक नहीं किया जासकता ।
🎤 लिहाजा अंशकालिक विषयों में पद न होने पर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है ।