परिषदीय विद्यालयों में प्रधानों के सहयोग से चलाई जाएगी ऑनलाइन कक्षाएँ।
👀 बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी महामारी काल में ऑनलाइन शिक्षा ले सकें ।
👀 इसके लिए विभाग अब ग्राम प्रधानों से संपर्क करेगा, सरकार और विभाग का लक्ष्य है कि वह विद्यार्थियों की ऑनलाइन शिक्षा के लिए पंचायत निधि की राशि से विभाग की सहायता करें, जिससे बच्चों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराई जा सके ।
👀 प्रधानों से संपर्क करके अधिकारी उन्हें प्रेरित करेंगे कि वह विकास निधि की राशि का इस्तेमाल करके विद्यार्थियों की ऑनलाइन कक्षा के लिए संसाधन उपलब्ध कराएं ।
👀 कोविड -19 के महामारी काल में सभी शिक्षण संस्थान बंद चल रहे हैं । जिसके चलते ऑनलाइन शिक्षा ही एक मात्र सहारा बचा है ।
👀 माध्यमिक, उच्च और सीबीएसई बोर्ड के संस्थानों में तो विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षा ले रहे हैं, लेकिन ऑनलाइन शिक्षा पाने में बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी सबसे पीछे हैं ।
👀 इसका कारण यह है परिषदीय स्कूल में पढ़ने | वाले ज्यादातर विद्यार्थी या तो मजदूर परिवारों से हैं या फिर किसान परिवारों से ?
👀 इस कारण उनके घर पर कंप्यूटर , एंड्राएड फोन जैसी सुविधाएं भी नहीं हैं, इस कारण वह ऑनलाइन शिक्षा नहीं ले पा रहे हैं जिन परिवारों में मोबाइल है, उनकी ऑनलाइन शिक्षा में भी परेशानी आ रही है ।
👀 इंटरनेट सुविधा और घर में एक ही फोन होने के कारण सारी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से नहीं चल पाती हैं । इन्हीं परेशानियों को दूर करने के लिए विभाग अब ग्राम प्रधानों से संपर्क करेगा , जिससे विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए एलसीडी और इंटरनेट कनेक्शन जैसी सुविधाएं जुटाई जा सकें ।
👀 लेकिन ऑनलाइन शिक्षा हासिल करने में यह सभी बहुत पीछे हैं । विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार लगभग 30 हजार छात्र छात्राएं ही ऑनलाइन शिक्षा के लिए पंजीकृत हैं ।
👀 इनकी ऑनलाइन शिक्षा में भी अक्सर परेशानी आती है कभी इनके पिता काम पर चले जाते हैं तो कभी इंटरनेट का डेटा खत्म हो जाता है, ऐसी ही परेशानियों से निपटने के लिए अब विभाग संपर्क शुरू करेगा ।