कस्तूरबा विद्यालय मामला : नहीं मिला कोई क्लू,फर्जी अनामिका शुक्ला जांच ठंडे बस्ते में।
अनामिका शुक्ला के नाम से सोरांव में नौकरी करने वाली फर्जी शिक्षिका मामले की जांच ठंडे बस्ते में चली गई।
दरअसल फर्जी शिक्षिका सरिता यादव का महीने भर बीतने के बाद भी सुराग नहीं मिल सका है,उसकी गिरफ्तारी के बाद ही मामले में शामिल अन्य लोगों के नाम का खुलासा होगा ऐसे में कार्रवाई लगभग ठप पड़ी है।
सोरांव के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में हुए इस खेल का खुलासा सात जून को हुआ था जिसमें बीएसए की ओर से कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
जांच में पता चला था कि अनामिका शुक्ला के नाम पर कानपुर देहात की सरिता यादव नौकरी कर रही थी, जो फर्जी नियुक्ति कराने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड पुष्पेंद्र व उसके साथियों के संपर्क में थी।
महीने भर से ज्यादा का वक्त बीतने के बाद भी पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है,वह कानपुर देहात स्थित घर से फरार है और वहां उसके परिजन भी नहीं हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक,सरिता के पकड़े जाने के बाद ही खुलासा होगा कि उसके मददगार कौन - कौन हैं।