प्राथमिक स्कूलों में प्रधानाध्यापक बनने का सपना देख रहे सहायक अध्यापकों को शासन से बड़ा झटका - प्राथमिक शैक्षिक खबर

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प्राथमिक स्कूलों में प्रधानाध्यापक बनने का सपना देख रहे सहायक अध्यापकों को शासन से बड़ा झटका

प्राथमिक स्कूलों में प्रधानाध्यापक बनने का सपना देख रहे सहायक अध्यापकों को शासन से बड़ा झटका



शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया जिले में शुरू हो गई है, मगर आरटीई के नए मानकों ने सारा खेल बिगाड़ दिया है प्राथमिक स्कूलों में 650 प्रधानाध्यापकों के पद कम हुए हैं मात्र 152 पदो पर पदोन्नति होने उम्मीद है हालांकि इतने ही पद और हैं जिन पर शासन को निर्णय लेना है।

प्राथमिक स्कूलों को पूरी तरह से प्रधानाध्यापक मिलने की उम्मीद लगभग खत्म हो गई है बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में शासन ने पदोन्नति के आदेश दिए हैं। 

नियमानुसार प्राथमिक के सहायक अध्यापक को वरिष्ठता सूची के आधार पर प्राथमिक का प्रधानाध्यापक या फिर उच्च प्राथमिक जूनियर में सहायक अध्यापक बनाया जाएगा। शासन से आदेश आने के बाद बीएसए ने पदोन्नति प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। 

मगर शासन ने जो हैड मास्टर बनने के लिए स्कूलों में छात्र संख्या निर्धारित कर दी है जिन प्राथमिक स्कूलों में 150 छात्र संख्या होगी केवल वहीं प्रधानाध्यापक होगा, जबकि जूनियर में 100 छात्र संख्या का अनुपात रखा गया है।

नोट
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11-02-2011 क़े बाद चयनित प्राथमिक अध्यापक जो भी उच्च प्राथमिक टेट उत्तीर्ण नहीं है वह सभी पदोन्नति क़े दायरे से बाहर रहेंगे।

माननीय न्यायालय के आदेश क़े क्रम में उच्च प्राथमिक टेट उत्तीर्ण प्राथमिक अध्यापक ही होंगे पदोन्नति के लिए योग्य।

23 अगस्त 2010 के पूर्व नियुक्त शिक्षकों के लिए प्रमोशन में टेट अनिवार्य है या नहीं।

जब जूनियर में प्रमोशन के लिए जुनियर टेट जरूरी, तो मात्र टेट पास होने की इनफार्मेशन क्यूँ माँगी जा रही।

वरिष्ठता नियुक्ति पत्रांक में वर्णित वरीयता सूची से होनी चाहिए, फिर जन्मतिथि के आधार पर वरिष्ठता निर्धारण क्यूँ हो रहा।

पद सृजन 31 जुलाई या 30 सितम्बर की संख्या से होना चाहिए, शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही 30 अप्रैल की संख्या से पद सृजन क्यूँ ।

अभी तक अधिकांश जिलों में रिक्त पदों की घोषणा क्यूँ नहीं।

प्रमोशन में
अधिक उम्र वाले बुजुर्ग जन अपने फुल चांस बता रहे।

सबसे पहले कार्यभार ग्रहण करने वाले शिक्षक अपने-अपने को वरीयता मिलने की बात कर रहे।

72000 वाले शिक्षक चयन सूची (टेट मेरिट के घटते क्रम) का आधार लिए खुश हो रखे हैं।
 
सुपर टेट वाले शिक्षक अपने आप को सबसे ज्यादा योग्य बता रहे हैं कि हमारा तो कन्फर्म है।

SC/ST/OBC वाले शिक्षक प्रमोशन में अपनी कैटेगरी के सीट्स अलग कर 
खुश हो रहे।

शिक्षकों में हर तरफ खुशी का माहौल है, सबके पास खुश होने की अपनी वजह है और उधर फिर से डेट बढ़कर 6 मार्च हो गयी।