पांच फर्जी शिक्षकों का भंडाफोड़ सभी आजमगढ़ के अब प्रधानाध्यापिकाओं पर गिरेगी गाज
झांसी के राजकीय विद्यालयों में फर्जी शिक्षकों का भंडाफोड़ हुआ है यहां तीन राजकीय माध्यमिक कॉलेजों में फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर पांच फर्जी शिक्षक नौकरी करते पकड़े गए हैं ताज्जुब की बात ज्यादातर मौर्य समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
लापरवाही का आलम यह रहा कि तीनों विद्यालयों की प्रधानाध्यापिकाओं ने बिना सत्यापन कराए ही उन्हें कार्यभार ग्रहण करा दिया था अपर शिक्षा निदेशक ( राजकीय ) को मिली सूचना के बाद हुई जांच में मामले का खुलासा हुआ सभी आरोपी आजमगढ़ के हैं उनके खिलाफ केस दर्ज कराया गया है वहीं तीनों प्रधानाध्यापिकाओं के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की सिफारिश की गई है।
अपर शिक्षा निदेशक (राजकीय) केके गुप्ता ने बताया कि लोक सेवा आयोग से राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के लिए चयनित सहायक अध्यापकों व प्रवक्ताओं के नियुक्ति पत्र जारी करने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग की एक अलग वेबसाइट है इसमें सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों का लॉगिन उपलब्ध रहता है प्रत्येक जिले के डीआईओएस के लॉगिन में उनके यहां पदस्थापित अभ्यर्थियों की विस्तृत सूचना उपलब्ध रहती है।
नवनियुक्त अभ्यर्थियों को संबंधित जिले / विद्यालय में नियुक्ति पत्र प्रस्तुत करने पर उसका मिलान डीआईओएस द्वारा लॉगिन पर उपलब्ध सूचना से किया जाता है उसके बाद ही कार्यभार ग्रहण कराया जाता है झांसी के इस मामले में इस प्रक्रिया को नहीं अपनाया गया संबंधित प्रधानाध्यापिकाओं को कार्यभार ग्रहण कराने से पूर्व डीआईओएस कार्यालय से सत्यापन कराना चाहिए था लेकिन उन्होंने सीधे कार्यभार ग्रहण कराकर कार्यभार ग्रहण आख्या भेज दी।
इन फर्जी शिक्षकों पर गिरेगी गाज
👉 मैनावती
राजकीय हाईस्कूल बम्हौरी सुहागी की फर्जी शिक्षक
प्रधानाध्यापिका पूनम ने कोतवाली मऊरानीपुर में केस दर्ज कराया
👉 अमृता कुशवाहा
राजकीय हाईस्कूल वीरा की फर्जी शिक्षक
प्रधानाध्यापिका ऊषा पठवार ने मऊरानीपुर में केस दर्ज कराया
👉 रामचरन मौर्य
👉 रणविजय विश्वकर्मा
👉 नरेंद्र कुमार मौर्य
सभी राजकीय हाईस्कूल खडौरा के फर्जी शिक्षक
प्रभारी प्रधानाध्यापिका प्रीति सागर ने गरौठा में केस दर्ज कराया।