जी०पी०एफ० का झामा : 9 माह पहले रिटायर हुए मुन्शी जी , जी०पी०एफ० भुगतान अब तक नहीं !
⚽ जी०पी०एफ० भुगतान में संकट को दूर करने के लिए प्रयास जारी है , इसके लिए पूरा हिसाब बनाकर गोरखपुर के लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा को भेजी जाएगी ।
⚽ वहां से बकाया धन आ जाने के बाद , समस्या दूर हो जाएगी , इसमें थोड़ी देरी होगी , लेकिन नुकसान किसी का नहीं होगा ।
⚽ बेसिक शिक्षा विभाग में जी०पी०एफ० का संकट इतना गहरा गया है कि 31 मार्च 2020 को सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों को अभी तक जी०पी०एफ० का भुगतान नहीं हो पाया है ।
⚽ जबकि शासनादेश है कि रिटायरमेंट के दिन ही शिक्षकों के सभी देयकों का भुगतान कर दिया जाए , पर विभाग पी०एल०ए० एकाउंट में धन नहीं होने का हवाला देकर शिक्षकों की कटौती से एकत्र धनराशि से धीरे - धीरे सेवानिवृत्त होने वाले अध्यापकों का बकाया भुगतान कर रहा है ।
⚽ बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों में से 23 शिक्षक 31 मार्च को सेवानिवृत्त हुए थे , जी०पी०एफ० का संकट इतना गहरा गया है कि बड़ी मशक्कत के बाद अक्तूबर माह तक 23 में से 20 शिक्षकों के जी०पी०एफ० का भुगतान हो
पाया है।
⚽ अभी भी तीन शिक्षक ऐसे हैं , जिनकी कटौती के पैसा का भुगतान विभाग नहीं कर पाया है , बेसिक शिक्षा विभाग में 690 शिक्षक व कर्मचारी ऐसे हैं जिनकी नियुक्ति 2004 के पहले की है ।
⚽ इन्हीं का जी०पी०एफ० कटौती हो रहा है , इसमें से धीरे - धीरे शिक्षक सेवानिवृत्त भी हो रहे हैं , इस बार मार्च में करीब 13 शिक्षक सेवानिवृत्त होंगे , इनको जी०पी०एफ० भुगतान के लिए करीब 03 करोड़ रुपये की आवश्यकता पड़ेगी ।
⚽ लेकिन जिला बंटवारा के बाद गोरखपुर से जी०पी०एफ० का पैसा नहीं आने से भुगतान में परेशानी हो रही है जरूरतों पर भी नहीं मिल रहा।
⚽ जी०पी०एफ० संकट से शिक्षक इस कदर परेशान हैं कि उनको बेटी के विवाह , परिवार में गंभीर रोग से बीमार सदस्यों के इलाज कराने के लिए जी०पी०एफ० से लोन नहीं मिल पा रहा है , डेढ़ साल से उनका आवेदन विभाग में लंबित पड़ा है
⚽ मिठौरा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय टीकर के प्रधानाध्यापक राघवेन्द्र पटेल की पत्नी गंभीर रूप से बीमार हो गई थीं , उनका इलाज के०जी०एम०सी० से शुरू हुआ , धन की कमी होने पर वह जी०पी०एफ० से लोन के लिए जुलाई में आवेदन किए , लेकिन अभी तक लोन नहीं मिल पाया ।
⚽ दूसरे कर्ज से लेकर इलाज करा रहे हैं, घुघली क्षेत्र के बरवा खुर्द विद्यालय की प्रधानाध्यापिका विमलेश गुप्ता को स्वयं के इलाज के लिए जी०पी०एफ० से लोन नहीं मिल पाया है ।
⚽ संकट इतना विकराल है कि जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ . त्रिभुवन नारायण गोपाल भी जी०पी०एफ० से ऋण लेने के लिए आवेदन किए हैं , लेकिन धनाभाव के चलते लोन नहीं मिल पाया है ।
⚽ इनके अलावा दर्जन भर ऐसे शिक्षक हैं जो मकान बनवाने व बेटी की शादी के लिए जी०पी०एफ० से लोन के लिए कतार में खड़े हैं ।
⚽ पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री उपेन्द्र पांडेय का कहना है कि यह शिक्षकों का हित का
मामला है।