संघर्षों की गाथा में उम्मीद के रंग घोलती शिक्षिका गीता यादव व आशिया फारुकी
अपने दम पर परिषदीय विद्यालय को बुलंदियों तक पहुंचाने वाले शिक्षकों के प्रयासों की एक पुस्तक उम्मीद के रंग तैयार की गई है।
प्रदेश भर के 24 शिक्षक - शिक्षिकाओं के संघर्ष की कहानी को साझा किया गया है, इसी कहानी में शामिल जनपद की दो प्रतिभागी गीता यादव व आशिया फारुकी जी हैं ।
गुरुवार को इन शिक्षिकाओं को लखनऊ में सम्मानित किया गया, परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों की हौसला अफजाई और अध्यापकों को प्रेरणा दिलाने के लिए टाटा ट्रस्ट के सहयोग से पुस्तक तैयार करवाई गई है
गुरुवार को लखनऊ स्थित शिक्षा निदेशालय में उम्मीद के रंग पुस्तक का विमोचन किया गया, बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ० सर्वेद्र विक्रम सिंह, सहायक शिक्षा निदेशक अब्दुल मुबीन, टाटा ट्रस्ट के विशंभर द्वारा सभी 24 शिक्षक शिक्षिकाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया
सम्मानित होने वालों में प्राथमिक विद्यालय अस्ती की आसिया फारूकी और देवमई ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय मुरारपुर की प्रधानाध्यापिका गीता यादव को सम्मान मिला ।
निदेशक द्वारा दोनों शिक्षिकाओं के योगदान की सराहना की, बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश भर से 24 शिक्षक-शिक्षिकाओं में जिले के दोनों अध्यापकों का नाम शामिल होना गौरव की बात है ।
इस पुस्तक में दी गई संघर्ष गाथा से अन्य तमाम शिक्षक प्रेरणा लेने का काम करेंगे ।